मेरी फोटोग्राफी---नज़र का कमाल है

 ये नज़र का कमाल है... अक्सर छत की मुंडेर या दीवार पर खुरचना या कुरेदना मानव प्रकृति है... कुरेदते वक्त हम अनायास ही सृजित कर रहे होते हैं, मैंने यही कुछ आज खोजा... जब में इन खुरचनों को देख रहा था उसी समय मुझे इनमें जीवन और कुछ बोलते चित्र नज़र आए...। आप भी देखिए और महसूस कीजिए...। हमारे आसपास बहुत है खुश रहने को...बस हम अपनी नज़र और नजरिया बदल लें...।

हरेक चित्र देखिएगा... कुछ हटकर नज़र आएगा।








9 टिप्‍पणियां:

  1. इनमें जीवन भी है और गहरी कसक भी...। आभार आपका अपर्णा जी...।

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  2. बहुत सुंदर दृष्टि कोण है अपना अपना।
    सादर

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  3. अच्छी जानकारी !! आपकी अगली पोस्ट का इंतजार नहीं कर सकता!
    greetings from malaysia
    द्वारा टिप्पणी: muhammad solehuddin
    let's be friend

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